जब से स्मार्टफोन प्रचलन में आया है लोगों में इसका क्रेज इस कदर बढ़ गया है कि आज देश के लगभग हर घर में एक स्मार्टफोन आपको जरूर देखने को मिलेगा. वहीं इसका इस्तेमाल तो हद से ज्यादा बढ़ गया है।
ज्यादातर स्मार्टफोन यूजर्स अपना ज्यादा समय अपने फोन में बताते हैं एक तरह से यह उनकी लत बन गई है जिस पर उनका कोई जोर नहीं लेकिन फोन का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने की यह लत इन व्यक्ति के आंखों व स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है।
ऐसे में इस मुद्दे पर गौर करते हुए और इस विषय को गंभीरता से लेते हुए गूगल ने Digital Wellbeing नाम का एक सॉफ्टवेयर तैयार कर नए एंड्रॉयड में शामिल कर दिया है।
आपको बता दें, आजकल के आ रहे हैं नए एंड्रॉयड फोन में Digital Wellbeing & Parental Control का एक फंक्शन दिया जा रहा है जो यूजर्स के डिजिटल लाइफ को बेहतर बनाने और मैनेज करने का एक बेहतरीन फीचर माना जा रहा है।
आइए इस फीचर के बारे में विस्तार से जानते हैं.
Contents
- 1 क्या है Digital Wellbeing?
- 2 फोन की लत छुड़ाने के लिए Digital Wellbeing है मददगार
- 3 फोन की लत छुड़ाने के लिए Digital Wellbeing App का इस्तेमाल कैसे करें
- 4 Parental Control क्या है?
- 5 Digital Wellbeing की मदद से अपने एंड्रॉयड फोन पर समय बिताने का तरीका मैनेज करें
- 6 फोन की लत छुड़ाने के कुछ आसान टिप्स
- 7 निष्कर्ष
क्या है Digital Wellbeing?
Digital Wellbeing एक एंड्रॉयड फोन मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर है जिसके ओनर गूगल है। इस फीचर के जरिए आप अपने फोन के अन्य एप्लीकेशंस के स्क्रीन टाइम को मॉनिटर कर सकते हैं और उसकी एक्टिविटीज पर निगरानी रख सकते हैं।
इस ऐप के माध्यम से आप जान सकेंगे कि आपने किस-किस ऐप का इस्तेमाल कितने देर तक किया है, आपने अपने स्मार्टफोन को कितनी बार लॉक किया है।
इसके अलावा आप इसमें मौजूद Wind Down feature की मदद से Do Not Disturb व Grayscale जैसे कई फंक्शंस को एक्टिवेट कर सकते हैं साथ ही आप App Timer सेट कर सकते हैं यानी आप Applications में टाइमर सेट कर सकते हैं। इससे आप उन Apps का इस्तेमाल तभी तक कर सकेंगे जितना अपने टाइम पीरियड सेट किया था.
फोन की लत छुड़ाने के लिए Digital Wellbeing है मददगार
इस ऐप के माध्यम से आप अपने मोबाइल के इस्तेमाल पर कंट्रोल कर सकते हैं और फोन की लत (Mobile Addiction) पर काबू पा सकते हैं। जैसा कि आपने देखा होगा आज के समय में लोग अपना ज्यादा से ज्यादा समय अपने मोबाइल फोन में खर्च कर रहे हैं।
वहीं कई ऐसे एप्लीकेशंस है जिनका इस्तेमाल लोग बार-बार और लंबे समय तक करते हैं जैसे Facebook, Instagram, YouTube इत्यादि इन सब एप्लीकेशनंस का इस्तेमाल एक लत की तरह बनता जा रहा है।
इन सब में व्यक्ति का कितना समय बर्बाद हो रहा इसका उन्हें अंदाजा भी नहीं रहता लेकिन असल में यह लत उनके आंखों के साथ दिमाग और सेहत पर बुरा असर डाल सकती है। इससे हमारी दिनचर्या भी गड़बड़ा जाती है।
इन्हीं समस्याओं से सुरक्षित रखने के लिए Digital Wellbeing ऐप का इस्तेमाल किया जा सकता है इससे आप अपने फोन के हर एप्लीकेशंस के उपयोग के लिए एक निश्चित समय सेट कर सकते हैं।
आप जिस अप का जितने घंटे इस्तेमाल करना चाहते हैं उसे सेट कर दे इस ऐप के इस्तेमाल से आप खुद पर कंट्रोल कर सकते हैं और अपने समय का सदुपयोग करते हुए मोबाइल के ज्यादा उपयोग की आदत से बच सकते हैं।
फोन की लत छुड़ाने के लिए Digital Wellbeing App का इस्तेमाल कैसे करें
- वैसे तो आजकल के सभी लेटेस्ट एंड्रॉयड फोन के सेटिंग्स में यह फीचर पहले से दिया गया होता है लेकिन अगर आपके एंड्रॉयड फोन में यह ऐप Digital Wellbeing नहीं है तो आप इसे गूगल प्ले स्टोर से इंस्टॉल कर लें ।
- अब ऐप को open करें यहां आपको Unlock और Notificate Count दिखेगा जो यह शो करेगा कि आज आपने अपने स्मार्टफोन को कितनी बार Unlock किया है और आज कितने Notifications आपके फोन पर आए हैं।
- आप यहां डैशबोर्ड में App Timers Set कर सकते हैं यानी कि ऐप को कितने देर तक use करना है सेट कर सकते हैं।
- Wind Down में आप अपने मोबाइल फोन के Sleep Timing के लिए Do Not Disturb व Grayscale जैसे फीचर्स को enable कर सकते हैं।
- Manage Notifications नोटिफिकेशन ऑप्शंस से आप किसी भी App का नोटिफिकेशन ऑफ कर सकते हैं.
- इन सबके अलावा आप Focus Mode, Heads Up, Parental Controls आदि फीचर्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- तो इस ऐप में मिल रही इन सभी सुविधाओं की मदद से आप अपने Smartphone uses को Analyze कर सकते हैं और पता लगा सकते हैं कि आप अपने फोन के लिए किन Apps पर ज्यादा समय खर्च कर रहे हैं।
Parental Control क्या है?
यह डिजिटल वेलबींइग का एक खास फीचर है जिसके इस्तेमाल से यूजर अपने अभिभावक और अपने बच्चों के मोबाइल एक्टिविटी पर नजर रख सकते हैं।
दरअसल ऐप के इस फीचर को मॉनिटर करके आप पता लगा सकते हैं कि आपके पेरेंट्स या बच्चे मोबाइल में कौन सा एप्लीकेशंस कितनी देर तक इस्तेमाल कर रहे हैं।
इस फीचर को सेट करने के लिए आपको नीचे बताए जा रही प्रक्रिया को फॉलो करना होगा.
- इसके लिए सबसे पहले आपको अपने फोन की Settings में जाना होगा। यहां थोड़ा स्क्रोल करने पर आपको डिजिटल बिल बैंक का ऑप्शन नजर आएगा इस पर क्लिक कर दें।
- अब फोन के यूजर को सेलेक्ट करें यानी यह फोन कौन इस्तेमाल करेगा पेरेंट्स सेट चाइल्ड दोनों में से एक का चुनाव करें।
- इसके बाद आपसे ईमेल आईडी पूछी जाएगी इसमें आपको अपने स्मार्टफोन में यूज हो रही आईडी को डालना है और बच्चे या पैरेंट के स्मार्टफोन से कनेक्ट कर देना है।
- बस इस आसन सेटिंग के बाद आप अपने बच्चों के फोन के स्क्रीन टाइम को मॉनिटर कर पाएंगे.
Digital Wellbeing की मदद से अपने एंड्रॉयड फोन पर समय बिताने का तरीका मैनेज करें
डिजिटल वेलबींइग को सेटअप करना:
इसके लिए अपने डिवाइस का सेटिंग एप्लीकेशन खोलें और इसमें डिजिटल वेलबींइग और माता-पिता का कंट्रोल पर क्लिक करें और फिर ‘अपना डाटा मैनेज करें’ पर क्लिक करें।
डिवाइस के इस्तेमाल में बीते समय को दिखाने वाला विजिट जोड़ना:
इस विकल्प की मदद से आप अपने फोन में हर दिन सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहे तीन एप्लीकेशंस के बारे में जा सकेंगे।
इसके लिए एंड्रॉयड 9 व इसके बाद वाले वर्जन के डिवाइस में दिए होम स्क्रीन पर क्लिक करें।
अब विजिट पर क्लिक करें।
इसके बाद डिवाइस के इस्तेमाल में बीते समय को दिखाने वाले विजिट को दबाए रखें।
इससे आपको हम स्क्रीन की इमेज दिखाई देगी विजिट को अपनी मनचाही जगह पर ले जाकर स्क्रीन से उंगली को हटा ले।
एप्लीकेशन में अपना समय प्रबंधित करना:
इस विकल्प से यह पता लगाया जा सकता है कि आप एप्लीकेशन का रोजाना कितनी देर तक इस्तेमाल करते हैं और इसमें इसकी सीमा भी तय कर सकते हैं।
आपके फोन में या सेटिंग अलग हो सकती है.
गूगल क्रोम पर अपना समय प्रबंधन करना:
इससे पता लगेगा कि आप किसी वेबसाइट पर कितना समय बिताते हो और आप इसे सीमित कर सकते हो।
आपके फोन में या सेटिंग अलग हो सकती है।
बेडटाइम मोड सेट करना:
इससे आप अपने सोने का समय सेट कर सकते हैं और ध्यान भटकने वाले एप्लीकेशंस को कुछ देर के लिए रोक सकते हैं।
फोन की लत छुड़ाने के कुछ आसान टिप्स
ज्यादातर स्मार्टफोन यूजर्स में अक्सर फोन को बार-बार चेक करने की लत को नोटिस किया जा सकता है। वे फोन स्विच ऑफ हो जाने या इधर-उधर रख कर भूल जाने पर काफी बेचैन होने लगते हैं।
यह उनकी लत है लेकिन इस लत को कुछ आसान टिप्स के जरिए छुड़ाया जा सकता है। इस तरह यहां हम स्मार्टफोन की लत छुड़ाने के कुछ आसान तरीके बताने जा रहे हैं।
अगर आप भी इस एडिक्शन की चपेट में आ रहे हैं तो सावधान हो जाइए और निम्न तरीकों को फॉलो कीजिए।
1. सबसे पहले तो आप अपने स्मार्टफोन की सेटिंग्स में जाकर नोटिफिकेशंस ऑफ कर दें इससे नोटिफिकेशन आने पर आपको अहसास नहीं होगा और आपका ध्यान फोन के तरफ नहीं जाएगा।
2. आप अपने कपड़ों के जिस पॉकेट में फोन रखते हैं उस पॉकेट में फोन न रखकर उसे किसी अन्य पॉकेट में रखें यानी कुछ दिन के लिए फोन रखने की जगह को बदल दें। जब आप फोन रखने की जगह बदल लेंगे तो इससे वह आपके हाथों में आने से बचेगा और हो सकता है इस बीच आपका ध्यान किसी अन्य दूसरी तरफ चल जाए।
3. दिन के कुछ घंटे अपने फोन का इंटरनेट डाटा बंद रखें, इससे आपका ध्यान फोन के लिए बार-बार नहीं जाएगा और इससे बैटरी की भी सेविंग होगी।
4. जरूरी काम करते समय फोन को थोड़ी दूरी पर रखें और सोने से कुछ घंटे पहले ही फोन का डाटा व स्क्रीन ऑफ करके फोन को दूर रख दें।
4. फोन चेक करने का एक समय निर्धारित कर लीजिए और निश्चित समय पर सभी अपडेट्स चेक कर लें जिससे कि बार-बार ना देखना पड़े।
5. सुबह उठते ही फोन का इस्तेमाल न करें, जब आप अपने फोन से थोड़ी दूरी बनाकर रहेंगे तो इससे आपके फोन इस्तेमाल करने की लत छूटने लगेगी और आपका मन जरूरी कामों में लगने लगेगा।
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निष्कर्ष
उम्मीद है कि आपको फोन की लत छुड़ाने की यह जानकारी helpful लगी हो और आपके लिए mobile addiction छुड़ाने में मददगार साबित हो। इसी तरह की और जानकारी के लिए हमारी वेबसाईट को विज़िट करें।
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