क्या आपको पता है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 1 दिसंबर 2022 को भारत की पहली सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC), जिसे आप डिजिटल रुपी (Digital Rupee) भी कह सकते हैं, उसका पहला पायलट प्रोजक्ट लॉन्च कर दिया है और इस डिजिटल करन्सी पर RBI ने अपनी Guidelines भी जारी कर दी है।
तो यदि आपको इस guidelines के बारे में जानकारी प्राप्त नही है, तो कोई बात नही। क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको “Digital Rupee पर RBI की Guidelines क्या हैं” इसके बारे में जानकारी देने वाले है।
Contents
- 1 CBDC या Digital Rupee में क्या अंतर है ?
- 2 CBDC की फुल फॉर्म क्या है | What is The Full Form of CDBC
- 3 CBDC या डिजिटल रूपी होता क्या है?
- 4 CBDC पर RBI की क्या Guidelines है ?
- 5 Digital Rupee के फायदे क्या है ?
- 6 Digital Rupee के नुकसान क्या है ?
- 7 E-Rupee लाने का मकसद क्या है ?
- 8 Digital Rupee FAQs | अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
- 9 Conclusion | निष्कर्ष
CBDC या Digital Rupee में क्या अंतर है ?
सबसे पहले तो आपको यह पता होना चाहिए कि CBDC को ही Digital Rupee भी कहा जाता है, बहुत से लोग इन दोनों में ही कंफ्यूज हो जाते है। परंतु आपको इन दोनों में कंफ्यूज नही होना है, क्योंकि यह दोनों एक ही हैं।
CBDC की फुल फॉर्म क्या है | What is The Full Form of CDBC
तो चलिए सबसे पहले हम आपको CBDC की फुल फॉर्म बता देते है। तो CBDC की फुल फॉर्म Central Bank Digital Currency यह होता है।
CBDC या डिजिटल रूपी होता क्या है?
अब हम आपको बताते है कि आखिर यह CBDC या डिजिटल रूपी होता क्या है। CBDC या Digital Rupee यह सेंट्रल बैंक द्वारा जारी की जाने वाली एक वैध करेंसी है।
यह करेंसी हमारी कागजी करेंसी के समान ही है। इसका मतलब यह है कि आप कागजी करेंसी की जगह पर इस “डिजिटल रूपी” का उपयोग कर सकते है।
सबसे आसान भाषा मे कहें तो यह Digital Rupee आरबीआई (RBI) द्वारा डिजिटल फॉर्म में जारी की गई करेंसी नोट्स हैं।
यह करेंसी इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में मौजूद रहने वाली है जिससे contactless ट्रांसक्शन करना आसान हो जाएगा।
इस करेंसी के भी दो प्रकार होने वाले है, जिसमे पहली रिटेल करेंसी है और दूसरी होलसेल करेंसी है।
रिटेल करेंसी को सभी इस्तेमाल कर सकते है, वही जो होलसेल करेंसी है उसे कुछ चुनिंदा वित्तीय संस्था ही इस्तेमाल कर सकती है।
तो अब आप जान चुके है कि CBDC या Digital Rupee क्या होती है। चलिए अब हम आपको बताते है कि CBDC पर RBI की क्या Guidelines है।
CBDC पर RBI की क्या Guidelines है ?
RBI ने CBDC पर कुछ गाइडलाइन्स भी जारी की है, जिनके बारे में आपको पता होना आवश्यक है।
तो चलिए नीचे हम आपको CBDC पर RBI की क्या Guidelines है, यह बताते है।
- यह प्रोजेक्ट शुरू में केवल मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर जैसे शहरों को ही कवर करेगा, जहाँ ग्राहक और व्यापारी डिजिटल रुपए का उपयोग करने में सक्षम होंगे।
- सेंट्रल बैंक यह डिजिटल रुपए के निर्माण, वितरण और उपयोग की पूरी प्रक्रिया की मज़बूती का परीक्षण करेगा।
- यह डिजिटल रुपया पूरी तरह से सरकार मान्य रहेगा, जिसके कारण कई पर भी कागज के नोटो और डिजिटल रूपी में भेदभाव नही किया जाएगा।
- RBI के अनुसार इस डिजिटल करेंसी के भी दो प्रकार है, जिसमे पहली रिटेल करेंसी है और दूसरी होलसेल करेंसी है। तो रिटेल करेंसी को सभी इस्तेमाल कर सकते है, वही जो होलसेल करेंसी है उसे कुछ चुनिंदा वित्तीय संस्था ही इस्तेमाल कर सकती है।
इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आप नीचे दी गई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाईट में जाकर देख सकते हैं –
https://rbi.org.in/Scripts/PublicationReportDetails.aspx?UrlPage=&ID=1218
Digital Rupee के फायदे क्या है ?
वैसे देखा जाए तो डिजिटल रूपी के बहुत सारे फायदे है, परंतु यहां पर हम आपको आज कुछ महत्वपूर्ण फायदे बताने जा रहे है। जिनके बारे में आपको पता होना आवश्यक है।
- Digital Rupee का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आपको अपने पास कैश रखने की जरूरत नही रहेगी। क्योंकि इस डिजिटल करेंसी को आप अपने मोबाइल वॉलेट में रख पाएंगे।
- Digital Rupee यह कोई फिजिकल रूप में ना होने के कारण यह पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी।
- आपको कैश निकालने के लिए बार बार बैंक में जाने की जरूरत नही रहेगी। क्योंकि आप मोबाइल वॉलेट से ही किसी को भी पैसे ट्रांसफर कर पाएंगे।
- यदि आपको कभी भी किसी को पैसे देना हो तो आप डिजिटली किसी को भी कई पर भी पैसे भेज सकते है।
- डिजिटल रुपया को आप बैंक मनी और कैश में आसानी से कन्वर्ट कर सकेंगे।
- Digital Rupee के कारण विदेशों में पैसे भेजने की लागत में कमी आएगी।
यह तो थे सभी डिजिटल रुपी की फायदे, चलिए अब हम आपको डिजिटल rupee के नुकसान क्या है यह बताते हैं।
Digital Rupee के नुकसान क्या है ?
जिस तरह से किसी चीज के फायदे होते हैं उसी तरह से उस चीज के कुछ नुकसान भी होते हैं। तो चलिए नीचे हम आपको Digital Rupee के कुछ नुकसान बताते है जिसके बारे में आपको पता होना आवश्यक है।
- Digital Rupee का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि digital rupee से पैसों के लेन-देन से संबंधित प्राइवेसी लगभग खत्म हो जाएगी।
- यदि आप Digital Rupee को वॉलेट में रखते है या फिर बैंक में रखते है तो इसपर आपको कोई भी ब्याज नही दिया जाएगा।
- Digital Rupee के कारण आप अपने सभी ट्रांसक्शन फिजिकल ट्रांसक्शन के बदले डिजिटली करोगे, जिसपर सरकारी की पूरी नजर रहेगी।
यह तो थे डिजिटल रूपी के कुछ नुकसान, चलिए अब हम आपको बताते है कि आखिर E Rupee लाने का मकसद क्या है।
E-Rupee लाने का मकसद क्या है ?
Central Bank ने E-Rupee लाने का उद्देश्य यह बताया है कि RBI Digital Rupee का उद्देश्य पुराने Currency को बदलने के बजाय देश मे डिजिटल करेंसी को लाना है और सभी यूज़र्स को एक दूसरे को payment करने के लिए एक और payment करने का ऑप्शन प्रदान करना है।
Digital Rupee FAQs | अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Conclusion | निष्कर्ष
तो दोस्तो इस लेख में हमने आपको “Digital Rupee पर RBI की Guidelines क्या हैं” इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
हम आशा करते है की आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आपको इस लेख से संबंधित और कोई भी सवाल पूछना हो तो आप कमेंट के माध्यम से हमे पूछ सकते है।