हमारा आज का article ” e-RUPI क्या है, कैसे काम करता है? ” से सम्बन्धितहै। अगर आप भी e-RUPI से संबन्धित सम्पूर्ण जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो हमारे आज के आर्टिकल को जरुर पढ़े।
Contents
- 1 e-RUPI क्या है और e-RUPI को किसने लॉन्च किया है?
- 2 e-RUPI को लॉन्च करने का उद्देश्य क्या है?
- 3 e-RUPI कैसे काम करता है?
- 4 e-RUPI वाउचर कैसे जारी किए जाएंगे?
- 5 e-RUPI किन बैंकों में चलेगा?
- 6 पीएम मोदी जी ने क्या कहा e-RUPI को लॉन्च करते समय
- 7 e-RUPI के फायदे / ई-रूपी के उपयोग क्या हैं
- 8 क्या दुनिया में पहली बार e-RUPI वाउचर का इस्तेमाल हो रहा है?
- 9 आज आपने क्या सीखा?
e-RUPI क्या है और e-RUPI को किसने लॉन्च किया है?
“ई-रूपी” को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के उद्देश्य से 2nd August 2021 को लॉन्च किया है। यह एक कैशलेस और डिजिटल पेमेंट्स सिस्टम का माध्यम है।
आपको बता दें, ई-रूपी भारत का डिजिटल करेंसी के रूप में पहला कदम है। ई-रूपी एक प्रीपेड ई-वाउचर है, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI ने विकसित किया है।
इसे रिडीम कराने के लिए किसी क्रेडिट या डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं होती है। इतना ही नहीं यह मोबाइल ऐप या इंटरनेट बैंकिंग के बिना भी ये रिडीम हो जाएगा। यह एसएमएस स्ट्रिंग या क्यूआर कोड के रूप में बेनिफिशयरीज को मिलेगा।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने ई-रूपी को वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ मिलकर तैयार किया है।
e-RUPI को लॉन्च करने का उद्देश्य क्या है?
e-RUPI को लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य लोगों तक सरकारी सेवाओं का फायदा पहुंचाना है तथा साथ ही ऑनलाइन पेमेंट को ज्यादा आसान और सुरक्षित बनाना भी है।
e-RUPI कैसे काम करता है?
आसान शब्दों में अगर समझा जाए तो e-RUPI एक प्रीपेड गिफ्ट कार्ड की तरह काम करता है, जिस भी शख्स को यह भेजा जाएगा वह शख्स अपनी सुविधानुसार इसका इस्तेमाल कर सकता है।
e-RUPI जिस भी शख्स को भेजा जाएगा उसके पास यह SMS या क्यूआर कोड की शक्ल में जाएगा और वह शख्स अपने इच्छानुसार काम में इसका इस्तेमाल कर सकेगा।
e-RUPI वाउचर कैसे जारी किए जाएंगे?
एनपीसीआई ने e-RUPI सिस्टम को यूपीआई प्लेटफॉर्म पर बनाया है तथा यह बैंकों से टाई अप हुआ है।
ऐसे में अगर e-RUPI वाउचर को किसी सरकारी एजेंसी या को जारी करना होगा तो उन्हें पार्टनर बैंकों से पहले संपर्क करना होगा। इन बैंकों में प्राइवेट और सरकारी दोनों शामिल हैं।
आपको इस बात का खास ध्यान रखने की जरूरत है कि जो बैंक e-RUPI वाउचर जारी करेंगे तो यह जरूरी नहीं है कि वह बैंक उसे कैश करने की सुविधा भी दें।
जिस भी व्यक्ति को e-RUPI वाउचर भेजना होगा उसकी जानकारी मोबाइल नंबर के साथ बैंक को देनी होगी। बैंक ग्राहक से संपर्क करेगा और उसे चिन्हित करने के बाद उस व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर e-RUPI वाउचर send करेगा।
e-RUPI किन बैंकों में चलेगा?
e-RUPI में तीन तरह के बैंक होंगे –
- ऐसे बैंक जो e-RUPI वाउचर को जारी करेंगे
- वो बैंक जो e-RUPI वाउचर को स्वीकार करेंगे।
- कुछ ऐसे भी बैंक होंगे जो e-RUPI वाउचर को जारी भी करेंगे और स्वीकार भी करेंगे।
यहां नीचे हम कुछ बैंकों के नाम बताने जा रहे हैं जो e-RUPI वाउचर को जारी भी करेंगे और स्वीकार भी –
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
- ICICI बैंक
- HDFC बैंक
- PNB
- एक्सिस बैंक
- बैक ऑफ बड़ौदा
कुछ और बैंकों के नाम हम नीचे बताने जा रहे हैं जो सिर्फ e-RUPI वाउचर इश्यू करेंगे, स्वीकार नहीं –
- कैनरा बैंक
- इंड्सइंड बैंक
- इंडियन बैंक
- कोटक महिंद्रा
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
पीएम मोदी जी ने क्या कहा e-RUPI को लॉन्च करते समय
पीएम मोदी जी ने e-RUPI को लांच करने के मौके पर अपनी बात रखते हुए कहा कि भारत कैसे आगे बढ़ रहा है इसका एक उदाहरण ई-रूपी है। मोदी जी ने आगे कहा कि वे इस बात से खुश हैं कि जब भारत अपनी आजादी का 75वां साल का जश्न मना रहा है, उसी साल में यह शुरू हुआ है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वे कहते हैं कि सिर्फ सरकार ही नहीं अगर कोई गैर-सरकारी संस्था भी किसी को उसकी शिक्षा या उसके मेडिकल इलाज में मदद करना चाहती है तो वे कैश देने की जगह ई-रूपी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे यह सुनिश्चित हो जाएगा कि जो राशि दान दी गई है वो राशि केवल बताए गए काम के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
e-RUPI के फायदे / ई-रूपी के उपयोग क्या हैं
e-RUPI का सबसे बड़ा फायदा सरकार यह मानती है कि इसके जरिए किसी भी कल्याणकारी योजना में बिना बात को लीक किए ही अनुदान राशि को डिलीवर किया जा सकता है।
निजी सेक्टर भी सरकार के मुताबिक e-RUPI को एंप्लाई वेलफेयर व कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी प्रोग्राम्स के तहत इसका उपयोग कर सकती है।
e-RUPI का इस्तेमाल टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, मदर एंड चाइल्ड वेलफेयर स्कीम्स, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंदर आने वाली दवाइयों और खाद सब्सिडी इत्यादि योजनाओं में सर्विस उपलब्ध कराने के लिए भी किया जा सकेगा।
क्या दुनिया में पहली बार e-RUPI वाउचर का इस्तेमाल हो रहा है?
अगर आप यह सोच रहें हैं कि e-RUPI वाउचर का इस्तेमाल पहली बार हो रहा है तो हम आपको बता दें, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। ऐसे कई देश हैं जहां e-RUPI जैसे वाउचर का इस्तेमाल पहले से हो रहा है। जैसे – अमेरिका, कोलंबिया, चिली, स्वीडन, हॉन्ग कॉन्ग आदि देश।
अमेरिका की सरकार जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई में सहायता के लिए उनके पैरेंट्स को डिजिटल वाउचर इश्यू करवाती है। फीस जमा करना हो या फिर कॉपी-किताब और स्टेशनरी आदि खरीदना हो तो इन सबके लिए अमेरिका की सरकार अलग अलग डिजिटल वाउचर इश्यू करती है।
आज आपने क्या सीखा?
आपको हमारे आज का आर्टिकल में e-RUPI क्या है, कैसे काम करता है? के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हुए होगी।
आज के आर्टिकल में हमने आपको e-RUPI क्या है, e-RUPI को किसने लॉन्च किया है?, e-RUPI को लॉन्च करने का उद्देश्य क्या है?, e-RUPI कैसे काम करता है?, e-RUPI वाउचर कैसे जारी किए जाएंगे?, e-RUPI किन बैंकों में चलेगा?, e-RUPI के फायदे आदि के बारे में पूरे विस्तार से जानकारी दी है।
आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी शंका या सलाह हो तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं। हम आपके शंकाओं का समाधान करने की पूरी कोशिश करेंगे।
हमे उम्मीद है कि आपको हमारा आज का आर्टिकल e-RUPI क्या है, कैसे काम करता है? आपको जरूर पसंद आया होगा।अगर आपके लिए यह आर्टिकल उपयोगी साबित हुआ हो तो आप इस article को social media platforms जैसे कि Facebook, Twitter और WhatsApp इत्यादि पर जरूर share कीजिए।